Monday, March 8, 2010

C++ प्रोग्राम की संरचना

C++ प्रोग्राम परिभाषा एवं घोषणा का संग्रह है ।
· आंकड़ों के प्रकार का परिभाषन
· ग्लोबल आंकड़ों का परिभाषन
· फंक्शनों का परिभाषन
· वर्गों का परिभाषन
एक विशेष फंक्शन main()



इन्क्लूड स्टेटमेन्ट(Include Statement )
1. कम्पाइलर अपना काम शुरू करने से पहले #include के द्वारा iostream.h के contents को हमारी फाइल में जोड़ता है ।
2. इसके द्वारा आप अपने प्रोग्राम में C++ की Standard Library द्वारा बनाये गये फंक्शन तथा वर्ग का उपयोग कर सकते हैं ।
3. आप अपने द्वारा बनायी फाइल भी जोड़ सकते हैं ।



कुछ सर्वाधिक प्रयोग में आने वाले includes
· Basic I/O: iostream.h
· I/O manipulation: iomanip.h
· Standard Library: stdlio.h
· Time and Date support: time.h



C++ प्री-प्रोसेसर
1. C++ के कम्पायलर स्वतः ही एक प्री-प्रोसेसर को invoke करते हैं जो कि #include तथा स्पेशल निर्देशों के क्रियान्वयन का ख्याल रखते हैं ।
2. प्री-प्रोसेसर को क्रियान्वित करने के लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है ये स्वतः ही क्रियान्वित होते हैं ।



वेरीयेबल
1. प्रोग्राम में वेरीयेबल का प्रयोग होता है । int integer1, integer2, sum;
2. वेरियेबल सिर्फ मेमोरी में विभिन्न स्थानों के लिए एक नाम का कार्य करता है ।
3. C++ के हर वेरीयेबल का टाइप एक होना चाहिए ।
4. C++ में वेरीयेबल को प्रयोग में लाने से पहले उनको declared करना जरूरी होता है ।
5. C++ में वेरियेबल की घोषणा इस प्रकार की जाती है type var_name;
6. टाइप वेरीयेबल के प्रकार की ओर इंगित करता है ।
7. C++ के built in type इस प्रकार है -int,char,float,double,boolean
8. आप अपने नये टाइप बना सकते हैं 



C++ में वेरीयेबल के नाम
· इंग्लिश के अक्षर, अंक, underscore से बने होते हैं ।
· शुरु का अक्षर अंक नहीं होना चाहिए ।
· Case sensitive होते हैं ।
· किसी भी लम्बाई के हो सकते हैं ।
· अच्छे नाम पाठक को उस वेरीयेबल के प्रयोग के बारे में जानकारी देते हैं ।



लिट्रल्स(Literals )
लिट्रल्स प्रोग्राम में प्रयोग किए गए स्थिरांक होते हैं । लिट्रल्स के उदाहरण 22 3.141 59 0x2A false “Hi Dave” ‘c’



कोंस्टेंट्स(Constants)
हम एक वेरीयेबल में उसके declaration के समय ही initialize कर सकते हैं अर्थात उसका मान स्थिर कर सकते हैं । int foo = 17; double PI = 3.14159; char newline = ‘\n’;




विभिन्न ऑपरेटर

1.गणितीय-ऑपरेटर 


प्रिसिडेंस(Precedence)
प्रिसिडेंस यह निर्धारित करता है कि कौन सा ऑपरेटर किस क्रम में क्रियान्वित होगा । - किसी भी lower प्रिसिडेंस के ऑपरेटर पहले क्रियान्वित होंगे ।
() left to right high
* / % left to right middle
+ - left to right low

2.सम्बन्ध सूचक एवं तुलनात्मक ऑपरेटर(Relational & Equality Operators)
सम्बन्ध सूचक एवं तुलनात्मक ऑपरेटर का प्रयोग मानो की तुलना करने में होता है ।
> Greater than
>= Greater than or equal
< Less than
<= Less than or equal
== Equal to
!= Not Equal to

3.असाइनमेंट ऑपरेटर(Assignment operators )

4.इन्क्रीमेंट ऑपरेटर (++)

5.डिक्रीमेंट ऑपरेटर(--)

6.साइज़ ऑफ ऑपरेटर(sizeof())

7.स्कोप रेज़ोल्यूश्न ऑपरेटर (::)



1 comments:

brightwoods said...

कोडर के लिए cplusplus भाषा प्रोग्रामिंग के नमूने
c प्रोग्रामिंग उदाहरण कोड स्निपेट

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